
भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज गरियाबंद
राज्यपाल अनसुइया उइके राजिम माघी पुन्नी मेला संत समागम में शामिल, धर्म नगरी राजिम को बताया श्रद्धा और आस्था का प्रतीक
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनसुइया उइके आज राजिम पहुंची। उन्होंने यहां आयोजित राजिम माघी पुन्नी मेला में भाग लिया और मुख्यमंच से संत समागम का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने इससे पहले राजीवलोचन मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। तकरीबन दो घण्टे के अपने राजिम प्रवास के दौरान राज्यपाल ने गंगा आरती में भी भाग लिया और शासकीय स्टॉल का निरीक्षण भी किया।
राज्यपाल उइके ने मुख्यमंच से राजीवलोचन की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर संत समागम का शुभारंभ किया। इस दौरान प्रदेश के धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित कई बड़े नेता और साधु संत भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल उइके ने प्रदेशवासियों को राजिम माघी पुन्नी मेला की बधाई देते हुए प्रदेशवासियों की सुख शांति की कामना की। उन्होंने राजिम को धर्म, आस्था, संस्कृति का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि यहां आने पर आत्मीय शांति महसूस होती है।
राज्यपाल में इस वर्ष की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। सरकार के 15 दिन शराबबंदी के फैसले पर हर्ष जताया। उन्होंने लोगो को भी मेले के दौरान शराब का सेवन नही करने की सलाह दी। इसके अलावा जिला प्रशासन की प्रदर्शनी को लाभदायक बताया। उन्होंने कहा कि इससे लोगो को शासकीय योजनाओं की जानकारी मिलेगी और जागरूकता बढ़ेगी।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को पूर्वजों की राह पर चलने की सलाह दी। उन्होंने स्वच्छ एवं स्वस्थ्य जीवन के लिए पर्यावरण को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की। साथ ही प्रकृति से खिलवाड़ नही करने का आग्रह भी किया।
राज्यपाल ने इस दौरान प्रदेश के मुखिया होने का धर्म एक घर के मुखिया की तरह निभाया। उन्होंने चेताया कि अभी कोरोना गया नही है। सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी प्रदेश वासियो को कोरोना वैक्सीन लगवाने और कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी।
धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी मंच को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेले में परिवर्तन के साथ अच्छा करने की कोशिश की गई है। उन्होंने प्रदेशवासियों के मंगलमय जीवन की कामना की है। उन्होंने राजिम नगरी को आस्था और अध्यात्म का अदभुत संगम बताया। उन्होंने इसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल बताते हुए इसे आस्था और विश्वास का केंद्र बताया।
उन्होंने इस वर्ष मेले में कुछ नया काम हाथ मे लेने की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मेले में विकास उन्मुखी कार्य शामिल किए गए है। जिसमे हितग्राहियो को लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने मेले में सभी के सहयोग के कारण संभव होना बताते हुए सभी को बधाई दीv है।
राजिम विधायक अमितेष शुक्ल ने राजिम नगरी के महत्व का वर्णन किया उन्होंने बताया कि यह सदियों से मेला लगता आ रहा है जो श्रद्धा और आस्था का प्रतीक माना जाता है उन्होंने मेले के दौरान 15 दिनों तक राजिम क्षेत्र में शराबबंदी पर सरकार का आभार व्यक्त किया
गौ सेवा आयोजन की अध्यक्ष रामसुंदर दास ने सभी की सुख समृद्धि की कामना की उन्होंने कहा कि राजिम का महत्व प्रयागराज से कम नहीं है यहां प्रयागराज की तरह सभी धार्मिक कर्मकांड होते हैं छत्तीसगढ़ सरकार ने यहां की संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन का बीड़ा उठाया है इसके लिए उन्होंने सरकार को बधाई प्रेषित की है
सिर कट्टी आश्रम के गोवर्धन शरण महाराज जी ने सभी को साधु वाद दीया